Nag Panchami Special: सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी त्योहार के रूप में मनाया जाता है. इस दिन नाग देवता की खास पूजा होती है. इस पूजा में नाग देवता को दुध अर्पित किया जाता है. इस विशेष दिन पर महिलाएं अपने भाइयों तथा परिवार
Nag Panchami Special: सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी त्योहार के रूप में मनाया जाता है. इस दिन नाग देवता की खास पूजा होती है. इस पूजा में नाग देवता को दुध अर्पित किया जाता है. इस विशेष दिन पर महिलाएं अपने भाइयों तथा परिवार
Nag Panchami Special: सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी त्योहार के रूप में मनाया जाता है. इस दिन नाग देवता की खास पूजा होती है. इस पूजा में नाग देवता को दुध अर्पित किया जाता है. इस विशेष दिन पर महिलाएं अपने भाइयों तथा परिवार
Sawan 2023 : भगवान भोलेनाथ (Lord Shiva) को प्रिय सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। सावन दो महीने तक चलेगा और 31 जुलाई को समाप्त होगा। इस साल अधिक मास की वजह से सावन में 4 की जगह 8 सोमवार होंगे। मतलब 59 दिनों तक
Manimahesh Travels Internet Service: हिंदू श्रृद्धालुओं के आस्था का केंद्र प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा में अब भक्तों का संपर्क लगातार बना रहेगा। इस बार श्रृद्धालुओं को बीएसएनएल की मोबाइल और इंटरनेट सेवा का लाभ मिलेगा। इसके लिए निगम प्रबंधन दो मोबाइल टावर स्थापित करने जा रहा है। बशर्ते प्रशासन इन टावरों
Uttarakhand Madhyamaheshwar Temple : देवभूमि उत्तराखंड की सुरम्य घाटियों में पांच केदार स्थित हैं। पांच केदारों में से एक केदार भगवान, रुद्रप्रयाग जिले में भगवान शिव का मंदिर स्थित है। इसे मध्यमहेश्वर अथवा मद्महेश्वर के नाम से जाना जाता है।यहां भगवान शिव की नाभि की पूजा की जाती है। मध्यमहेश्वर
Sara reached Mahakaleshwar temple in Ujjain: बॉलीवुड एक्ट्रेस सारा अली खान (Sara Ali Khan) ने बुधवार को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple of Ujjain) में भगवान शिव के दर्शन किए। उन्हें गर्भगृह में पूजा-अर्चना करते देखा गया। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी संजय गुरु ने कहा कि गर्भगृह में मत्था
Guru Pradosh Vrat 2023: हिन्दुओं के लिए व्रत उपवास करना उनकी जीवन पद्धतिहै। शुभ तिथि् और मुहूर्त के अनुसार देवी देवताओं की पूजा और उनकों समर्पित वगत और उपवास रखे जाते है। भगवान शिव और माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष् का पालन किया जाता है। प्रदोष व्रत